Friday 30 August 2019

" तू और मैं "

 तू बन जा कोई गीत और  मेरे होठों पर ठहर जा,
 मैं ख्वाब बनकर तेरी आंखों में उतर जाउ,
 तू ख्याल बनकर मेरी कलम से बयां हो जा ,
 मैं तस्वीर बनकर तेरी रूह में बस जाऊं ,
 सदियों तक जो ना अलग हो वह राज बन जा ,
 मैं उम्र भर के लिए तेरी हमराज बन जाऊं,
 तू मेरी तकदीर बन कर मुझे सवार जा ,
 मैं तेरी जिंदगी बनकर तुझ में समा जाऊं ,
 तू हंसी बनकर मेरे लबों पर बस जा ,
 मैं महेक बनकर तुझे महका जाऊं ,
 तन्हाइयों में भी खयाल बनकर महफिल सजा जा,
 भीड़ में भी मैं याद बनकर उभर जाऊ,
 मुझे खुद से जोड़ कर मुझ पर मेहरबानी कर जा ,
 मैं तुझ से जुड़कर दुनिया की हर खुशी पा जाऊं,
 मुझे अपना कर मेरी प्रीत का मान रख जा ,
 मैं तुझे पाकर जैसे सब कुछ पा जाऊं ।।।

           - " फुल "
       

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