Friday 30 August 2019

" मेरे खयाल "

- आज भी मेरे जेहन में बहुत कुछ है तुझे बताने के लिए ,
  पर जमाने की बंदीसोने हमें मजबूर कर रखा है चुप रहने के लिए ।

- अगर बात सपनों की होती तो शायद छोड़ भी देते ,
  पर बात मेरे अपनों की है बता कैसे छोड़े तुझे ।

- तेरे साथ जिंदगी को राहत मिलती है ,
  तेरे करीब हर घड़ी सुकून से गुजरती है ,
  घुल चुका है तू जिंदगी में इस तरह की ,
  तुझ से एक पल की दूरी मैं भी जिंदगी  दोजख सी लगती है ।

- तेरे हर अल्फाज पर एक ग़ज़ल लिख दूं ,
  अगर वक्त मुझे इतनी इजाजत दे दे ,
  बना के तुझे जिंदगी हर लम्हा जी लूं ,
  अगर तकदीर मुझे इतनी मोहलत दे दे ।

- जिंदगी तेरे जख्मों को सी रही हूं ,
  दिल की बातों को अल्फाज में पिरो रही हूं ,
  कैसा मर्द ले लिया तूने ए नादान दिल ,
  होठों पर हंसी सजाए बस जी रही हूं ।

- मेरी कलम से तुं अल्फाज  बनकर ना बहा कर ,
  कुछ और भी लिखने दे मुझे इश्क के सिवा ।

- कैसे समझाएं तुझे ए जमाने की ,
  बिना दर्द के जिंदगी हसीन नहीं होती ,
  लाखों फुल कुर्बान होते हैं तब जाकर ,
  थोड़ी सी खुशबू बंद होती है इन इत्र की बोतलों में ।।।

             - " फुल "
   

" तू और मैं "

 तू बन जा कोई गीत और  मेरे होठों पर ठहर जा,
 मैं ख्वाब बनकर तेरी आंखों में उतर जाउ,
 तू ख्याल बनकर मेरी कलम से बयां हो जा ,
 मैं तस्वीर बनकर तेरी रूह में बस जाऊं ,
 सदियों तक जो ना अलग हो वह राज बन जा ,
 मैं उम्र भर के लिए तेरी हमराज बन जाऊं,
 तू मेरी तकदीर बन कर मुझे सवार जा ,
 मैं तेरी जिंदगी बनकर तुझ में समा जाऊं ,
 तू हंसी बनकर मेरे लबों पर बस जा ,
 मैं महेक बनकर तुझे महका जाऊं ,
 तन्हाइयों में भी खयाल बनकर महफिल सजा जा,
 भीड़ में भी मैं याद बनकर उभर जाऊ,
 मुझे खुद से जोड़ कर मुझ पर मेहरबानी कर जा ,
 मैं तुझ से जुड़कर दुनिया की हर खुशी पा जाऊं,
 मुझे अपना कर मेरी प्रीत का मान रख जा ,
 मैं तुझे पाकर जैसे सब कुछ पा जाऊं ।।।

           - " फुल "
       

Monday 26 August 2019

" दुख इस बात का है "

दुख इस बात का नहीं कि तू हमारे साथ नहीं ,
दुख इस बात का है कि तूने हमें समझा ही नहीं ,
दुख इस बात का नहीं कि तूने कभी हमें अपनाया ही नहीं ,
दुख इस बात का है कि तूने कभी हमें अपना समझा ही नहीं,
 दुख इस बात का नहीं कि तू अपनी दुनिया में खुश है ,
दुख इस बात का है कि तूने कभी हमारी दुनिया में कदम रखा ही नहीं ,
दुख इस बात का नहीं कि तूने कभी हमें पाया ही नहीं ,
दुख इस बात का है कि तूने इस काबिल हमें कभी समझा ही नहीं ,
दुख इस बात का नहीं कि हम मुद्दतों से नहीं मिले ,
दुख इस बात का है कि तूने कभी हमें बुलाया ही नहीं ।।।

                  - " फुल "
       

Friday 23 August 2019

" आवाज "

मत समझ मुझे खिलौना ,
मैं तो ईश्वर का दिया हुआ वरदान हूं ,
जहां वह खुद नहीं पहुंच सका ,
वहां उसका भेजा हुआ वरदान हूं ,
कभी नन्ही सी बेटी ,कभी कलाई की राखी ,
कभी तेरे नाम की चुनर उड़ी दुल्हन ,
तो कभी तुझे जन्म देने वाली मां का रूप हूं ,
फिर क्यों यह समाज मुझे ऐसी नजरों से देखता है ,
क्यों ऐसे घूंट घूंट के जीना पड़ता है ,
क्या मुझे हक नहीं खुलकर जीने का ?
घर से बाहर निकलु तो वही गंदी नज़रें ,
क्या यह शरीर ही सब कुछ है उनके लिए ?
मुझे और कुछ नहीं मेरा हक चाहिए ,
मुझे ज्यादा नहीं बस थोड़ा सा सम्मान चाहिए।।।

                 - " फुल "
       

Thursday 22 August 2019

" एहसास "

तेरी हर एक लहर ऐसे उछल रही है ,
जैसे उसे किनारे का इंतजार हो पर ,
किनारा भी देख कैसा मजबूर है अपनी बेबसी पर ,
लौटती हुई हर लहर के साथ बढ़ रहा उसका भी दर्द है ,
फिर भी चुपचाप देख रहा है सब कुछ मायूस होकर ,
न बोल सकता है और न कुछ सह सकता है ,
सदियों से खामोश सब ऐसे ही चल रहा है ,
काश कोई लहर आकर थम जाए किसी किनारे पर ,
नामुमकिन भी मुमकिन हो जाए अगर तेरा साथ हो ,
रहमतों - करम से ही तेरा दीदार पाए हम वरना ,
सदियों तक हमारे मुकद्दर में बस ऐसे ही इंतजार हो ,
मत कर हमारे साथ ऐसा मेरे मालिक थोड़ा सा तो रहम हो ,
जिंदगी कट जाए आसानी से अगर चंद बातें खुद से रोज हो।।।

                   - " फुल "
         
                    

" કિસ્મત "

કિસ્મત ના ખેલ પણ કેવા નિરાળા હોય છે ,
પોતાની સાથે જ ખેલાતા હોય છે છતાં ,
ક્યાં સમજાતા હોય છે કોઈના થી પણ ,
બધાની એક જ ફરિયાદ છે આમ કેમ ?
માગો તે મળતું નથી ને મળે એ ગમતું નથી ,
એમ છતાં નિભાવવું પણ પરવડતું નથી ,
સંબંધોના તાણાવાણા માં બધા  ગુચવાયૅલા છે ,
છતાં મનના એક ખૂણામાં એકાંત હોય છે ,
જ્યાં કોઈના નામ પર કુરબાન થવાનો તલસાટ હોય છે ,
કિસ્મત નું નામ આપી દુઃખ સહન કરે છે બધા ,
 બાકી થઈ શકતું નથી કાંઈ એમ કોઈ કહેતા નથી ,
વાસ્તવિકતા સ્વીકારવી અઘરી છે દોસ્તો ને ,
જે સ્વીકારી શકે તેવા હૃદય બધાની પાસે હોતા નથી ,
ક્યારેક તો આપીને પાછો લઈ લે ને ક્યારેક તો ,
એટલું મોડું આપે કે પછી કાંઈ થઈ શકતું નથી ,
કેમ આવું કરે તું કિસ્મત બધાની સાથે બોલ ,
' ફૂલ 'ને પણ જો કેવું છે કેટલું પણ કહી શકાતું નથી ......

                 - " ફુલ "
         

" હ્રદયસ્પર્શી પંક્તિઓ "

- હસતી આંખો ને એની ખુશીનું કારણ ન પૂછો ,
  દુઃખના દરિયા ઓ છલકી ઉઠશે તો સહી નહી શકો તમે ...

- હસો બધાની સાથે પણ રડવું કાયમ એકાંતમાં ,
  કેમકે ખોલી શકાય જ્યાં હૃદય એવા સંબંધોની અછત છે ...

- દરેક ક્ષણ જીવું છું એવી રીતે જાણે અંતિમ હોય ,
  કદાચ એટલે જ જીવન જીવવાની મજા આવે છે ...

- પહેલ તો મારી જ હતી આ સંબંધમાં એટલે જ વગર કહીએ તને સમજુ છું ,
  સ્વીકારી આ જન્મમાં તે મને એને મારા જન્મો જન્મ નું ઋણ સમજુ છું ,
  ચૂકવી શકું ક્યારેય એને તો વિના સંકોચે મને કહી દેજે ,
  બાકી તું માને કે ન માને તને મારા જીવનનો આધાર સમજુ છું ...

- મારા ધબકતા હ્રદય પર એક વાર હાથ મૂકી જો ,
 એનો દરેક ધબકારે કોનું નામ જપે છે એ સાંભળી જો ,
 જીવન ની પરિભાષા તને સમજાવી જોવું ,
 એકવાર જિંદગી મારા હાથમાં તો સોંપી  જો ...

- મારી અધૂરી વાર્તા નો છેડો ગોતવો હશે તો દુનિયાને તારા સુધી પહોંચવું પડશે ,
 નહીં તો કાયમ આપણી મધૂરી વાર્તા નો અંત શોધવા એમને ભટકવું પડશે ...

                         - " ફુલ "
           

" नजरिया "

-  जुबा से जरा तेज हूं पर दिल बिल्कुल साफ रखती हूं ,
   मेरे अल्फाजों  पे ना जा नादान जमाने ,
   प्यार भी सबके लिए बेशुमार रखती हूं ।

- ए कलम हमें अपनी शाही के खत्म होने का खौफ ना जता ,
  हम तो अपनी दास्तान आंसुओं से लिखते हैं ।

- तू हमारी राह चले ना चले हम तो तेरी राह के मुसाफिर हो चले ,
  दुनिया चाहे जो भी समझे हम तो तेरे नाम का जोग ले बैठे ।

- बड़ी मुराद लेकर तेरे दर पर आए हैं ,
  उम्मीद की झोली फैलाए तेरी दहलीज पर आए हैं ,
  सुना है पाक दिल की दुआ तू जल्दी सुनता है ,
  रहे तेरा नजरों करम हम पर यही दुआ मांगने आए हैं ।

- बरसा दे अपनी रहमतों का नूर सब पर ए खुदा ,
  हम तो हमारे अपनों की खुशियों से ही जिंदा रह लेंगे ।

-  यू चुपके से हमें ताकना छोड़ दे ,
   तेरी हर नजर पर हमारा पहरा होता है ।

              - " फुल "
   

Saturday 17 August 2019

" શબ્દ "

શબ્દો પર હંમેશા સંયમની લગામ  રાખું છું ,
કારણકે એ પથ્થરને નહીં લોકોના હૃદયને ચીરે છે ,
એ વાત કાયમ યાદ રાખું છું ,
છતાં પણ ઘણીવાર શબ્દોના બાણ ઊર્મિઓ વધી જાય ,
ત્યારે માફી માંગી શકું એટલું કુમળું હ્રદય પણ રાખું છું ,
રાખું છું બધાની સાથે હંમેશા લાગણીભર્યા સંબંધો ,
જ્યાં પારકા પણ પોતાના બની જાય એવા વ્યવહારનાં પુલ  બાંધું છું ,
પ્રયત્નો તો કાયમ એવા જ હોય કે સમજી શકું લોકોના હૃદયને ,
પણ જ્યા એ શક્ય નથી ત્યાં પોતાની જાત સાથે સમાધાન સાધુ છું ,
બતાવી લોકોને એની ખામી ફરિયાદ કરવી એ મારો સ્વભાવ નથી ,
હસતા મોઢે એને સ્વીકારી શકું હે ઇશ્વર બસ એટલી જ તાકાત  માગું છું.........

                  - ' ફુલ '
         

" कुछ चुने हुए ख्याल "

- आईना भी उसको सच दिखाता है जिसे सच की तमन्ना हो,
  देखने वाले तो आईने में भी वही देखते हैं जो वह देखना चाहते हैं ।

- तूने हमारी आंखों की जरा सी तारीफ़ क्या कर दी ,
  यह कलम खुद-ब-खुद चलने लगी ,
 अल्फ़ाज़ों ने अंगड़ाई ली ,
 और हमारी आंखों से फिर एक ग़ज़ल बयां हो गई ।

- कैसा यह इश्क का मर्ज है ,
  जाने क्यों दुनिया को इससे हर्ज है ,
  यूं तो हर कोई जमाने की रस्मो की गिरफ्त में है ,
  पर जिसे मिले सच्चा प्यार उस हर रूह पे इसका कर्ज है ।

- इस जिंदगी को तेरी अमानत समझ कर खुद को बड़ी हिफाजत से रखते हैं ,
  तू क्या जाने तेरी एक हंसी के लिए हम क्या-क्या मिन्नतें करते रहते हैं ,
  सिर्फ तेरी खुशी के लिए जमाने का हरदर्द सहते रहते हैं ,
  मुकम्मल कर दे मुझे तेरे लिए हर जन्म में बस दिन रात यही दुआ करते हैं ।

- जब से तेरी तलब लगी है तू ही जीने की वजह बना है ,
  अब और कुछ पाने की तमन्ना कहां जब से तू हमारी जिंदगी बना है ।

- जुबान से जरा तेज हूं पर दिल बिल्कुल साफ रखती हुं ,
  मेरे अल्फ़ाज़ों पे न जा नादान जमाने प्यार भी सबके लिए बेशुमार रखती हूं ।।।

                      - ' फुल '
       

Sunday 11 August 2019

" मितवा "

- हमारे आंसुओं को वह शबनम की बूंदे समझते हैं ,
  बयां करते हैं जो दिल ए हालात उन्हें वह शायरी समझते हैं ।

- मेरे दिल के जख्मों पर जब तेरी नजरों का मरहम लगता है ,
  हर खुशी दिल के करीब और गम जैसे कोसों दूर होता है ।

- यह नादान दिल रोज एक तमन्ना करता है ,
 और हम इसे रोज समझाते हैं ,
 बेबसी का आलम न पूछ ,
 रोती हुई आंखों से भी मुस्कुराते हैं ।

- इश्क तो हमसे हो गया अब ना यह कम हो पाएगा ,
 और ना तेरे बिना हमसे जिया जाएगा ,
 फिर भी तुझसे कुछ नहीं मांगेंगे ,
 पर हो सके तो इतना करम कर कि तेरे साथ मर सके ,
 क्योंकि तेरे बगैर इस बेजान जिस्म से जला भी नहीं जाएगा ।

- लाख मनाए इस दिल को पर यह दीवाना सिर्फ तेरे लिए ही धड़कता है ,
  जितना काबू करते हैं उतना ही बेकाबू होकर तेरी ही याद में बिलखता है।।।

               - " फुल "
       

" मेरे जज़्बात "

 - हजारों ना सही ए खुदा चंद ख्वाहिश है तो पूरी कर ,
   मांगी है तुझसे एक दुआ कभी उस पर तो आमीन कर ।

 - कभी तो अपनी दुनिया से हमारी दुनिया में आया कर खुदा ,
   तुझे भी तो पता चले कैसे जीते हैं जब कोई अपना हो अपने से जुदा ।

 - लाखों की भीड़ में भी जब अकेलेपन का एहसास हो ,
   तब समझ लेना कि तुम्हें किसी खास की तलाश है ।

 - आज मेरे अल्फाजों का कोई मोल नहीं शायद ,
   कल जब मैं ना रहूं तो यह पढ़ लेना ,
   हर एक पन्ने में मेरे दिल के जज्बात ही मिलेंगे ।

 - हर वक्त मंजिल की तलाश ना कर ,
   कभी कभी यूं ही चुपचाप अपनी राहों पर चला कर ,
   हर मंजिल मुकम्मल नहीं होती सबके लिए ,
   बस राहो का हमसफर बन कर खामोश चला कर ।

 - जाने किस जन्म का नाता है तुझसे ,
   जो यह सर तेरे ही सजदे में झुक जाता है ,
   वरना रूह छोड़ो किसी की नजरों में इतना साहस नहीं ,
   जो हमारे दिल तक दस्तक दे सके ।

 - आजकल हम लबों से नहीं आंखों से बयां हो रहे हैं ,
   और लोग कहते हैं कि आप इतना कम क्यों बोलते हैं ?

            - " फुल "
   

Thursday 8 August 2019

" जिंदगी "

तुझे सवारने के चक्कर में ही रोज तुझसे ही बेवफाई कर रही हूं ,
माफ कर दे ऐ जिंदगी तेरे लिए तेरे बाद वक्त मांग रही हूं ,
रोज कितना कुछ सोचती हूं तेरे ही बारे में पर क्या करूं ,
फिर भी लगता है जैसे बिना कुछ किए ही तेरे लिए रो रही हूं ,
तू चली ही जा रही है अपनी ही रफ्तार में और मैं ,
अपने पैरों में बेड़ियां लिए फिर भी तेरे साथ चली ही जा रही हूं ,
आज तक तूने जो कुछ भी दिया मुझको अपने दामन से ,
उन सबको गले से लगा कर मैं तो जिए ही जा रही हूं ,
मुझे ऐसे ही जीने में मजा आ रहा है जिंदगी ,
फिर भी तकदीर से कुछ ना कुछ मांगती ही जा रही हूं ,
पर आज से नहीं करूंगी कोई भी शिकायत तुझसे ,
क्योंकि मुझे पता है दर्द के आगोश में जीकर तू भी तो मरी ही जा रही है,
 चल आज वादा करते हैं एक दूसरे से जब तक जान है मुझ में ,
ना तू रोएगी और ना मेरी आंखें होगी कभी  नम ,
बस तू थोड़ी सी मेहरबान हो जा मुझ पर एक बार ,
मैं तो इसी उम्मीद में तुझको समेटे ही जा रही हूं।।।

              - " फुल "
     

" હું છું "

તારા નિઃસ્વાર્થ પ્રેમ સાથે બંધાયેલી છું ,
બાકી હું ક્યાં કશે થી સંધાયેલી છું ,
તારી લાગણી ના કાચા તાંતણે વણાયેલી છું ,
બાકી હું ક્યાં કોઈ ડોરથી ખેંચાયેલી છું ,
તારી યાદો ના વાદળોથી ઘેરાયેલી છું ,
બાકી હું ક્યાં ઘટા બની છવાયેલી છું ,
તારા હૃદયમાં સ્મૃતિ બની છુપાયેલી છું ,
બાકી હું ક્યાં બીજે ક્યાંય  સંઘરાયેલી છું ,
કાયમ મળું છું હું તારા જ અસ્તિત્વમાં ,
બાકી હું ક્યાં બિજે ક્યાંય સંતાયેલી છું ,
'ફૂલ' ને ગોતવાના વ્યર્થ પ્રયત્ન ના કરો ,
હું તો ફોરમ બની સારાએ બાગમાં સમાયેલી છું.....

          -    " ફૂલ "
     

Wednesday 7 August 2019

" મારા પ્રેમનો પ્રવાહ "

હું તો રેત માં રમતું નગર છું પળભરમાં વિખેરાઇ જઈશ ,
 તું મારી તલાશ આયા ન કર બસ દિલથી મને યાદ કર ,
તારી દરેક ક્ષણમાં હું યાદ બનીને સમાઈ જઈશ ,
ઝાંઝવાના નીર થી ક્યારેય કોઇની તરસ નથી છિપાતી ,
પણ એકવાર મારી આશ તો કર તારા જીવનમાં ,
તારી તૃષાની કાજ તો હું વાદળ બની વરસી જઈશ ,
 ક્યારેક તારી સાથે લડું છું તો ક્યારેક પોતાની જાત સાથે ,
 સ્વીકારી લીધી વાસ્તવિક્તા હવે તો તારા ને મારા જીવનની ,
તું ચિંતા ન કર હવે તો જીંદગી તારા માટે જ જીવી જઈશ ,
ન છોડતો મારો સાથ જીવનના કોઈપણ વળાંક પર ,
હું પણ પુરા પ્રયત્નો કરીશ તારો સાથ નિભાવવાના ,
તારી દરેક ઈચ્છાને જીવનના છેલ્લા શ્વાસ સુધી પૂરી કરતી જઈશ ,
તારા શબ્દો ની સરવાની નો પ્રવાહ અવિરત ચાલુ રાખ ,
મારા જીવનની ગઝલને એની ખુબ જરૂર છે ,
તારા એક સ્પર્શ થી હું જીવન સંગીત અને મધુર બનાવતી જઈશ ,
 આ કવિતા નહીં મારા હૃદયની લાગણીઓ છે ,
મારા હૃદયમાંથી નીકળી તારા હૃદય સુધી પહોંચતી ઉર્મીઓ છે ,
તુ  ચાહજે મને કાયમ તારા પ્રેમના પ્રવાહમાં હું આમ જ તણાતી જઈશ ...

               - " ફૂલ "
   

Saturday 3 August 2019

" પતિ-પત્ની "

એક આત્મા ને બે શરીર બની ગયા ,
કોઈ ન પૂછો અમને કે અમે ક્યાં આવી ગયા ,
ન કરશો અમને કોઈ  વિખૂટા કેમકે ,
 અમે એક બીજાની જિંદગી બની ગયા ,
આ સંસાર એક માનવમેળો છે જ્યાં મળી ,
અમે એકબીજાનો સહારો બની ગયા ,
સાથ દેઈશું છેવટના શ્વાસ લગી કારણકે ,
હવે અમે યુગલ પ્રેમી બની ગયા ,
પ્રેમ એટલો બધો છે કે જિંદગી નાની લાગે ,
એટલે જ તો ફરી જન્મ લેવા માટે ,
અમે બહાવરા બની ગયા ,
દુનિયામાં જે સૌથી નિરાળો સંબંધ છે ,
એને એક બીજાના નામે કરી ગયા ,
એટલે જ તો " પતિ-પત્ની "બની ,
એકબીજાના  "મિત્ર " બની ગયા .....

         - " ફૂલ "
     

Friday 2 August 2019

" તું "

 - તું કોઈ પત્ર નથી કે તને કવરમાં છુપાવી દઉં,
   તું તો મારી જિંદગીનું સત્ય છે,
  જે મારી આત્મા સાથે બંધાયેલું છે ...

 - મારા દરેક શબ્દોમાં મારા મનની લાગણીઓ છલકાઈ છે,
   આમાં મારો કોઈ કમાલ નથી ,તારી જ મહેરબાની છે,
   કે, તું ન હો તો, હવે મારી કલમમાં પણ તારો અભાવ વર્તાય છે ...

- આ કલમ પણ તારી યાદો જેવી જ  જીદ્દી છે,
  તારા વિના એકલતા મારી દરેક ક્ષણ,
  તારા વિશે લખવામાં જ વિતી છે ...

- તને મળ્યા પછી જિંદગી કેવી બદલાઈ ગઈ છે,
  પેલા દરેક કામ મનની મરજીથી કરતી હતી,
  હવે દરેક વાતમાં તારી જ અરજી ચાલે છે ...

- મારામાં તો એક જ હુન્નર છે તને ચાહવાનું,
 બાકી તને મારામાં જે દેખાય છે એ તો તારી નજર નો કમાલ છે ...

                                       - " ફૂલ "
                 

" કારણ બની ગયા "

આંખોના અણધાર્યા મિલન જીંદગીભર ના સંભારણા બની ગયા,
અચાનક તમે મળ્યા ને જીવન જીવવાનું કારણ બની ગયા,
 તું મારામાં અને હું તારામાં આ કેવું જાદુ કરી ગયા,
 જે ક્ષણો મળી સાથે એને કેવી મન ભરીને માણી ગયા,
 અલગ થવાનો પ્રશ્ન જ નથી એવા વાયદા કરી ગયા,
પોતાના જ કાયદાઓ બનાવી અનહદ પ્રેમ કરી ગયા,
 જે કોઈ સીમાઓમાં બંધાયેલ નથી એવો એકરાર કરી ગયા,
 તું અને હું બંધ આંખે પણ સમજી શકી એવો સરળ અહેસાસ બની ગયા,
 જે મળ્યું છે એને સ્વીકારી નિખાલસતાની હદો પાર કરી ગયા,
 પાસે હોય કે દૂર જિંદગી કેવી હસતા હસતા જીવી ગયા...

           - " ફુલ "
         

Thursday 1 August 2019

" मनमर्जियां "

- जरूरी नही कलम तुम्हारे लिए,
  तुं जो आंखों से लिखता है वहीं काफी हे हमारे लिए ।।।

- आंसुओं का रिश्ता भी अजीब है दोस्तों,
   कुछ पाते है तो खुशी से उभर आते है और,
   कुछ खोते है तो गम के सागर बन जाते है ।।।

- मुकम्मल दास्तानों के बादशाह ना सही,
  अधुरी कहानियों के फकीर हे हम,
  तुं चले चाहे कैसी भी राह,
  उसी राह के मुसाफिर है हम ।।।

- जिंदगी कि राहो मे तेरे नाम का दिया लेकर चलते है,
  देखते हे कब तलक उजाला रहता है ।।।

- जैसे-जैसे बित रही है जिंदगी, थोड़ी थोड़ी समज मे आ रही है
  हर लम्हें मे समेट लु तुजे,पल पल हाथों से छुटी जा रही है ।।।


                   -    " फुल "
         
  

' મારૂ હ્રદય '

હું તને શું સમજાવું તું બધું જ સમજે છે , ઈશ્વરની મરજી સામે આપણું ક્યાં કંઈ ઊપજે છે , અકળ આ હ્રદયના દ્વાર ક્યાં બધા માટે ખુલે છે , એક તાર...