- आईना भी उसको सच दिखाता है जिसे सच की तमन्ना हो,
देखने वाले तो आईने में भी वही देखते हैं जो वह देखना चाहते हैं ।
- तूने हमारी आंखों की जरा सी तारीफ़ क्या कर दी ,
यह कलम खुद-ब-खुद चलने लगी ,
अल्फ़ाज़ों ने अंगड़ाई ली ,
और हमारी आंखों से फिर एक ग़ज़ल बयां हो गई ।
- कैसा यह इश्क का मर्ज है ,
जाने क्यों दुनिया को इससे हर्ज है ,
यूं तो हर कोई जमाने की रस्मो की गिरफ्त में है ,
पर जिसे मिले सच्चा प्यार उस हर रूह पे इसका कर्ज है ।
- इस जिंदगी को तेरी अमानत समझ कर खुद को बड़ी हिफाजत से रखते हैं ,
तू क्या जाने तेरी एक हंसी के लिए हम क्या-क्या मिन्नतें करते रहते हैं ,
सिर्फ तेरी खुशी के लिए जमाने का हरदर्द सहते रहते हैं ,
मुकम्मल कर दे मुझे तेरे लिए हर जन्म में बस दिन रात यही दुआ करते हैं ।
- जब से तेरी तलब लगी है तू ही जीने की वजह बना है ,
अब और कुछ पाने की तमन्ना कहां जब से तू हमारी जिंदगी बना है ।
- जुबान से जरा तेज हूं पर दिल बिल्कुल साफ रखती हुं ,
मेरे अल्फ़ाज़ों पे न जा नादान जमाने प्यार भी सबके लिए बेशुमार रखती हूं ।।।
- ' फुल '
देखने वाले तो आईने में भी वही देखते हैं जो वह देखना चाहते हैं ।
- तूने हमारी आंखों की जरा सी तारीफ़ क्या कर दी ,
यह कलम खुद-ब-खुद चलने लगी ,
अल्फ़ाज़ों ने अंगड़ाई ली ,
और हमारी आंखों से फिर एक ग़ज़ल बयां हो गई ।
- कैसा यह इश्क का मर्ज है ,
जाने क्यों दुनिया को इससे हर्ज है ,
यूं तो हर कोई जमाने की रस्मो की गिरफ्त में है ,
पर जिसे मिले सच्चा प्यार उस हर रूह पे इसका कर्ज है ।
- इस जिंदगी को तेरी अमानत समझ कर खुद को बड़ी हिफाजत से रखते हैं ,
तू क्या जाने तेरी एक हंसी के लिए हम क्या-क्या मिन्नतें करते रहते हैं ,
सिर्फ तेरी खुशी के लिए जमाने का हरदर्द सहते रहते हैं ,
मुकम्मल कर दे मुझे तेरे लिए हर जन्म में बस दिन रात यही दुआ करते हैं ।
- जब से तेरी तलब लगी है तू ही जीने की वजह बना है ,
अब और कुछ पाने की तमन्ना कहां जब से तू हमारी जिंदगी बना है ।
- जुबान से जरा तेज हूं पर दिल बिल्कुल साफ रखती हुं ,
मेरे अल्फ़ाज़ों पे न जा नादान जमाने प्यार भी सबके लिए बेशुमार रखती हूं ।।।
- ' फुल '
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