Wednesday 9 October 2019

" जिंदगी का फलसफा "

जिंदगी वह नहीं जो तेरे साथ गुजर जाए ,
जिंदगी तो वह है जो तेरी याद में भी हंसा जाए ,
बिखरते हुए सपनों में भी तेरी एक झलक पाकर ,
फिर से जीने की तमन्ना जगा जाए ,
पलकों की नमी में भी इंद्रधनुष के रंग  बिखेर जाए ,
अश्कों की धाराएं कुछ यूं बहे ,
कि हर लहर में तेरी तस्वीर बन जाए ,
असर कुछ ऐसा कर जा हम पर ,
कि जब भी बैठे सजदे में ,
इबादत में यह सर अपने आप झुक जाए ,
आदत नहीं तेरे बगैर जीने की हमें
इसलिए इतना करम कर जा हम पर ,
आए जब भी मौत हमें अपने आगोश में लेने ,
खुदा करे यह दम तेरी बाहों में निकल जाए ।।।

             - " फुल "

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