या तो परिस्थिति का स्वीकार कर या फिर उसे बदलने की हिम्मत रख ,
सिर्फ फरियाद करने से कुछ नहीं होता ,
दुनिया को अगर बदलना है तो पहले खुद को इतना बुलंद कर ,
यूं ही कोई किसी के सामने नहीं झुकता ,
खुद को सोने की तरह जलाना पड़ता है ,
पिघल कर कतरा कतरा खुद को यहां सांचे में ढालना पड़ता है ,
तब जाकर बनता है मनचाहा आकार इसलिए पहले खुद को इसके काबिल कर ,
मन में कोई मेल मत रख बस कर्म कर ,
जो तेरा होगा वह खुद चलकर तेरे पास आएगा ,
दूसरों की चीजें सिर्फ अमानत होती है उसे अपने पास संभाल कर रख,
और वक्त आने पर शॉप दो उसे जिसकी होती है ,
फुल तेरा काम है सिर्फ खुशियां बांटना तो बस दिल से अपना कर सभी को प्यार कर ।।।
- " फुल "
सिर्फ फरियाद करने से कुछ नहीं होता ,
दुनिया को अगर बदलना है तो पहले खुद को इतना बुलंद कर ,
यूं ही कोई किसी के सामने नहीं झुकता ,
खुद को सोने की तरह जलाना पड़ता है ,
पिघल कर कतरा कतरा खुद को यहां सांचे में ढालना पड़ता है ,
तब जाकर बनता है मनचाहा आकार इसलिए पहले खुद को इसके काबिल कर ,
मन में कोई मेल मत रख बस कर्म कर ,
जो तेरा होगा वह खुद चलकर तेरे पास आएगा ,
दूसरों की चीजें सिर्फ अमानत होती है उसे अपने पास संभाल कर रख,
और वक्त आने पर शॉप दो उसे जिसकी होती है ,
फुल तेरा काम है सिर्फ खुशियां बांटना तो बस दिल से अपना कर सभी को प्यार कर ।।।
- " फुल "
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